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Adhunik Bhart ke Shilpi Maharaja Sayajirao Gaekwad

₹40

40Pages
AUTHOR :- Baba Bhand
ISBN :- 9789352202652

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Description

महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ आधुनिक भारत की निर्मिति प्रक्रिया के एक शिल्पी हैं।
राज्य चलाना एक शास्त्र है।
इसलिए राजा का ज्ञानसंपन्न होना अत्यधिक जरूरी है,
इसे जानकर सयाजीराव ने स्वयं ज्ञान पाया।
दुनियाभर की शासन पद्धतियों का अध्ययन किया।
सुशासन और जनता के ज्ञानात्मक प्रबोधन कार्य से जनकल्याण का व्रत हाथ में लिया।
शिक्षण और विज्ञानही प्रगति तथा परिवर्तन का साधन है, इसे महाराजा ने बखूबी जाना था।
इसलिए मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा, सुशासन, विधि-न्याय, खेती, उद्योगों को मदद, सामाजिक-धार्मिक सुधार, जाति-धर्मों के बीच की उच्च-नीचता को खत्म करके समता, मानवता और सर्वधर्म समभाव के मार्ग को चुना था।
महाराजा सयाजीराव शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और वाङ्मयीन कलाओं के आश्रयदाता थे।
देश के अनेक युगपुरुषों और संस्थाओं को उन्होंने सहायता प्रदान की है;
पितामह दादाभाई नौरोजी, नामदार गोखले, लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी, न्यायमूर्ति रानडे, महात्मा फुले, राजर्षि शाहू, डॉ. आंबेड़कर, पं. मालवीय, कर्मवीर भाऊराव, स्वातंत्र्यवीर सावरकर, महर्षि शिंदे आदियों का उसमें प्रमुखताः से नामोल्लेख किया जा सकता है।
अनेक संस्था और व्यक्तियों को महाराजा की ओर से करोड़ों रुपयों की मदद हो चुकी है, इस प्रकार से उनका यह दाता रूप उनकी अलगता और अद्भुतता को बयां करता है।
महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ स्वतंत्रता सेनानियों के समर्थक और प्रतिभाशाली लेखक है,
उनके व्यक्तित्व की यह नई पहचान बनी है। उनकी किताबें, भाषण, पत्र, आदेश और दैनंदिनी देश का अनमोल खजाना है।
सुशासन और जनकल्याण में मुक्ति की खोज करनेवाले सयाजीराव का बलशाली भारत ही सपना था।
उसे पूरा करने का पवित्र कार्य प्रत्येक भारतीय को करना है।

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About Author

बाबा भांड
जन्म वडजी, पैठणजवळील खेड्यात, २८ जुलै १९४९.
बालपणापासून कमवा व शिका हा संस्कार. शिक्षण एम. ए. इंग्रजी. आठवीत बालवीर चळवळीत राष्ट्रपतीपदकाने सन्मानित. दहावीत जागतिक स्काउट-गाइड मेळाव्याच्या निमित्तानं अमेरिका-कॅनडा आदी दहा देशांचा प्रवास. लेखकच व्हायचं स्वप्न होतं. सहावीपासून लेखनास सुरुवात. १९७५ साली पत्नी सौ. आशाच्या मदतीनं धारा व नंतर साकेत प्रकाशनाची सुरुवात. आतापर्यंत अठराशे पुस्तकांचे प्रकाशन.
बाबा भांड यांच्या आतापर्यंत नऊ कादंबऱ्या, दोन कथासंग्रह, चार प्रवासवर्णनं, चार ललित गद्य, चार चरित्रं, चार आरोग्य व योग, नऊ संपादनं, चार अनुवाद, पंधरा किशोर कादंबऱ्या, एकोणावीस बालकथा संग्रह, तीन एकांकिका, सत्तावीस नवसाक्षरांची पुस्तके प्रकाशित.
साहित्य अकादमीचा बालसाहित्य, महाराष्ट्र शासनाचे अकरा, महाराष्ट्र फाउंडेशन, दमाणी आणि इतर पंधरा पुरस्कार. त्यांच्या साहित्यावर पाच विद्याथ्यांची पीएच.डी., अभ्यासक्रमात पुस्तके व पाठ.
जन्मगावी पाणलोटक्षेत्र विकास, वाचनालय, गरीब अपंग-मूकबधिर मुलांसाठी निवासी शाळा, योगसाधना संस्थेत विश्वस्त, समाजोपयोगी कामात सहभाग, प्रकाशनाच्या कमाईतून वरील कामासाठी पंचवीस लाखांहून अधिक मदत. लेखन-प्रकाशनासोबत शेती, प्रवास आणि फोटोग्राफीचा छंद. महत्त्वाचं जग फिरून झालंय.
अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य साहित्य आणि संस्कृती मंडळ, मुंबई, तसेच सदस्य सचिव, महाराजा सयाजीराव गायकवाड चरित्र साधने प्रकाशन समिती, महाराष्ट्र शासन, मुंबई.
email : baba.bhand@gmail.com, http://www.bababhand.com

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